वार्ड 31 में दिसंबर से भीषण जलसंकट
इधर स्थानीय पार्षद सोनी का जनता को कहना, “मै तो महापौर की भी नहीं सुनता हूं”
इंदौर।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक दो के वार्ड 31 में पिछले दिसंबर से ही स्थानीय जनता जलसंकट की मार झेल रही है। फिलहाल यहां टैंकरों से ही जलप्रदाय होना आखिरी रास्ता हैं। लेकिन वार्ड 31 के भाजपा पार्षद बालमुकुंद सोनी का जनता से ही टैंकर मांगे जाने पर जवाब मिल रहा है कि मैं तो महापौर की भी नहीं सुनता हूं। करता हु अपने मन की। दरअसल उक्त बातें वार्ड 31 की ही जनता ने न्यूज with तड़का को बताई की। अगर पार्षद बालमुकुंद सोनी को टैंकर से पानी उपलब्ध किए जाने की मांग की जाती है तो एक एक सप्ताह तक टैंकर के पते नहीं होते हैं और ऐसे हालातों में स्थानीय विधायक रमेश मेंदोला और मेयर पुष्य मित्र भार्गव तक उक्त शिकायत किए जाने की बात अगर जनता पार्षद से बोलती है तो उनका कहना होता है कि मैं महापौर की भी नहीं सुनता हूं। करता हूं अपने मन की। लिहाजा पार्षद की उक्त कार्यशैली की वजह से स्थानीय वार्ड 31 की जनता जलसंकट से परेशान हो रही है। और नगर निगम द्वारा उपलब्ध निःशुल्क टैंकर दिए जाने के बावजूद भी हजारों रुपए जलसंकट से निपटने में लग रहे हैं क्योंकि उन्हें निजी टैंकर तक डलवाना पड़ता हैं। इधर वार्ड 31 को आवंटित टैंकर का पानी कहा जा रहा है यह भी बहुत बड़ा सवाल है।