शहर के बाद अब जिला कांग्रेस की बारी
संगठन सृजन अभियान के तहत बूढ़े दावेदारों के टूटेंगे सपने। युवाओं को ही मौका।
इंदौर।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव पर प्रकरण दर्ज होने के बाद वह लापता है तो इधर अब नए जिलाध्यक्ष मंथन को लेकर पार्टी द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक दानिश अबरार इंदौर पहुंचने वाले है। लिहाजा अब जिलाध्यक्ष को लेकर दावेदार सक्रिय हो गए है। जिनमें वह बूढ़े कांग्रेसी भी सपने देख रहे है, जो पार्टी द्वारा तय आयुसीमा से काफी बाहर जा चुके है जिनमें राधेश्याम पटेल,मोतीसिंह पटेल प्रमुख है। जबकि अब उन युवा कांग्रेसियों की उम्मीदें जागी है जो पार्टी गाइड लाइन में सटीक बैठते है। खैर गुरुवार को गांधी भवन में आयोजित होने वाली बैठक में यह देखना होगा कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर पर्यवेक्षक दानिश अबरार,अवनीश भार्गव और राहुल शर्मा के सामने कौन कौन से कांग्रेसी अपनी अपनी दावेदारी जताते है। इधर अब युवा वर्ग में महू से पुनीत शर्मा, प्रमुख है, साथ ही रीना बौरासी भी उक्त दौड़ में लगी हुई है, तो अब आगे देखना होगा कि और कौन कौन से कांग्रेसी जिलाध्यक्ष को लेकर अपनी दावेदारी जताते है।
राधेश्याम पटेल को लेकर एक धडे का yes तो कईयों का इंकार।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल के बड़े भाई राधेश्याम पटेल जिलाध्यक्ष के सपने देख रहे है। लेकिन उन्हें लेकर जिले के ही अनेक कांग्रेसी ऐसे है जिनकी नो है। सबसे ज्यादा देपालपुर,महू,सांवेर में उनका विरोध हो रहा है।
महिला में रीना और पुरुषों में पुनीत का नाम
इसके अलावा जिलाध्यक्ष के लिए सांवेर से पार्टी प्रत्याशी रही रीना बौरासी को जिलाध्यक्ष बनाने की पैरवी हो रही हैं दरअसल महिला कोटे से रीना का नाम आगे बढ़ाया जा रहा हैं जबकि ब्राह्मण सामान्य कोटे से महू से पिछल लंबे समय से कांग्रेस में जुटे एडवोकेट पुनीत शर्मा का नाम भी आगे आया हैं।
पार्टी की गाइड लाइन जो बना अध्यक्ष वो नहीं लड़ेगा चुनाव
कांग्रेस ने इस बार गाइड लाइन में तय किया है कि जो भी जिलाध्यक्ष या शहर अध्यक्ष बनाया जाता है वो कोई सा भी चुनाव नहीं लड़ सकेगा। इसके अलावा उनका कार्यकाल भी मात्र तीन वर्ष का ही सीमित रहेगा।