राजा की वफा,सोनम का दगा,अब माहौल बनाने की बजाय,बेवफा को मिले कठोर सजा,राजा हत्याकांड की कड़ियां काफी कमजोर,कहीं छूट न जाएं हत्यारिन।
इंदौर।राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर पूरा देश उबल रहा है। हत्यारिन सोनम रघुवंशी को लेकर देश का एक बड़ा धड़ा उसे हाथों हाथ फांसी पर लटकाने की मांग कर रहा है। क्योंकि बेवफा सोनम ने राजा के साथ किया ही कुछ ऐसा। इधर सोनम रघुवंशी के अलावा उसके परिजन भी आमजन मानस के गुस्से का शिकार है। क्योंकि उन्होंने जिस तरह से अपनी बेटी को राजा रघुवंशी के गले डाला। और खुद अपनी फिकर की। उसके चक्कर में एक बेगुनाह अपनी जान से हाथ धो बैठा। और तीन अन्य युवक भी सोनम रघुवंशी के बहकावे का शिकार होते हुए हत्या के इल्ज़ाम में अब सलाखों के पीछे है। लेकिन देश जहां सोनम की उक्त करतूत को लेकर गुस्से में उबल रहा है। वहीं दूसरी तरफ राजा रघुवंशी हत्याकांड की कड़ियां और मौजूदा सबूत काफी नहीं है। क्योंकि उक्त पूरे हत्याकांड को देखकर यह कहा जा सकता है कि मास्टर माइंड सोनम ने बहुत ही सोच समझकर अंजाम दिया है। अगर सोनम रघुवंशी के साथ राज कुशवाह,सहित अन्य युवक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ते तो। राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश पूरी तरह कामयाब हो गई थी। और सोनम और राज कुशवाह नेपाल फरार हो जाते।
यह है असल कहानी
राजा रघुवंशी को शिलांग में मौत के घाट उतारने के बाद राज कुशवाह ने सोनम को गाजीपुर पहुंचाया। ट्रेन में दो युवक सोनम को बैठाते हुए दिख भी रहे है। लेकिन यह दोनों युवक कौन थे,अभी तक इसका पता यूपी,मेघालय और इंदौर पुलिस अभी तक नहीं लगा पाई है। दरअसल यूपी गाजीपुर सोनम के प्रेमी राज कुशवाह का पैतृक गांव है। जहां सोनम पिछले 14 दिनों तक पुलिस से बचती हुई आराम से फरारी काट रही थी।
यह बनी थी योजना
इंदौर में हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश रची गई। इसका खुलासा “न्यूज with तड़का” पहले ही कर चुका है। लेकिन उक्त योजना के तहत हत्यारिन सोनम रघुवंशी को यूपी में ठहरना था। और उसका साथी राज कुशवाह इंदौर आकर पूरे घटनाक्रम पर नज़र बनाए रखना था। जैसे ही मामला ठंडा होता। सोनम कभी मिलने वाली थी नहीं। इस बीच सोनम को लेकर मानव तस्करी की अफवाहें जोर पकड़ ही रही थी। लिहाजा आराम से यह सभी फुर्र हो जाते। लेकिन विधि का विधान है न कि कोई कितना भी शातिर अपराधी क्यों न हो,सुराग जरूर छोड़ता है। लिहाजा सोनम रघुवंशी,राज कुशवाह,विशाल सिंह,आकाश राजपूत,और आनंद कुर्मी शिलांग में सोनम और राजा रघुवंशी के आगे पीछे और कहीं साथ घूमने की बड़ी गलती कर बैठे। जिसके आधार पर ही यह हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
सबूत अभी भी ना के बराबर
इधर पूरा देश चाहता है कि उक्त हत्याकांड को अंजाम देने वाले सोनम,राज,विशाल,आनंद और आकाश को फांसी की सजा सुनाई जाए। लेकिन उक्त पूरे प्रकरण में इन पांचों के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत नहीं है। लिहाजा भविष्य में यह दांवपेंच अपनाते हुए या तो पांचों बरी हो जायेगे,या फिर सोनम भी फरियादी बन सकती हैं। और इन अन्य चारों को आरोपी बनाया जा सकता है।
पूरा मामला अभी स्क्रिप्टेड
राजा रघुवंशी हत्याकांड में अभी तक पूरा मामला स्क्रिप्टेड दिख रहा हैं। मानो सोनम किसी वकील की सलाह पर अब कदम दर कदम उठा रही हैं। पहले शिलांग में हत्या,फिर 17 दिन बाद तक लापता और फिर अचानक खुद ही सामने आ जाना। यकीनन सोनम अभी भी पूरे शातिराना तरीके से पेश आ रही है। इधर पुलिस को दिए बयान न्यायालय में मान्य नहीं है यह तो सभी जानते है। लिहाजा आने वाले भविष्य में सोनम रघुवंशी और उसके साथी इस बात का लाभ उठा सकते है। फिलहाल पुलिस ने मृतक राजा रघुवंशी की सोने की चेन,अन्य महंगा सामान इन लोगों से जब्त नहीं किया है। इधर शिलांग में हत्या के दौरान पुलिस के पास कोई चश्मदीद गवाह भी नहीं है।