IDA की एकल खिड़की या भ्रष्टाचार का अड्डा,
ऑनलाइन व्यवस्था मगर ऑफलाइन में लुटा रही जनता।
अमित कुमार त्रिवेदी पत्रकार
इंदौर।
इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा कार्यालय में एकल खिड़की व्यवस्था लागू की थी। ताकि आम जनता को यहां वहां भटकने से राहत मिल जाए। लेकिन अब इस एकल खिड़की में हो कुछ उल्टा ही रहा है। क्योंकि एकल खिड़की में इस जमकर लूटमार जारी है। रोजाना यहां आवेदन जमा करने वालों के लिए अलग अलग आवेदनों के मुताबिक कीमत भी तय की गई हैं। दरअसल EWS प्रमाण पत्र का रेट अलग,नामांतरण फॉर्म का अलग,इसी तरह लीज नवीनीकरण और फ्री होल्ड आवेदन के लिए एक तय राशि दिए बिना यहां आवेदन करना और होना असंभव हो गया है।
ऑनलाइन सुविधा लेकिन जानकारी का अभाव
दरअसल IDA सीईओ आर पी अहिरवार ने अपने कार्यकाल में एक से बढ़कर एक काम किए। जिनमें ऑनलाइन व्यवस्था एक अहम कार्य है। लेकिन इधर आम जनता की बात की जाए तो उन्हें उक्त ऑनलाइन प्रणाली की पुख्ता जानकारी नहीं होने की वजह से मजबूरन आम जनता ऑफलाइन यानी एकल खिड़की का सहारा लेना ही होता है।
सभी कर्मचारी आउट सोर्स के
IDA एकल खिड़की में तैनात कर्मचारी ओसवाल डाटा कंपनी और बाकी सिक्योरिटी गार्ड कंपनी के आउट सोर्स कर्मचारी है। जिन्होंने इस वक्त यहां वसूली के नाम पर गदर मचा रखी है।
कर्मचारियों को हटाने की उठ रही मांग
फिलहाल IDA एकल खिड़की के जो हालात बन गए है। उसे देखते हुए अब यहां जमे कर्मचारियों को हटाने की मांग जोर पकड़ रही है। क्योंकि उन्होंने वसूली की पराकाष्ठा कर दी है।