मामला ओंकारेश्वर स्थित ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग का
वीआइपी दर्शन के नाम पर मची हुई थी लुट,
अधिकारियों ने स्टिंग ऑपरेशन कर धरदबोचा।
ओंकारेश्वर। प्रदीप ठाकुर
शहर के ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में पिछले लंबे समय से एक गिरोह सदस्य यहां आने जाने वाले श्रद्धालुओं से वीआईपी दर्शन के नाम पर प्रति व्यक्ति 1500₹ तक की वसूली कर रहे थे। पिछले दिनों यहां बड़ा विवाद भी हो गया था। लिहाजा उक्त शिकायतों के चलते एसडीएम शिवम प्रजापति ने एक पटवारियों के दल की नियुक्ति की। जिसमें महिला अधिकारियों को भी शामिल किया गया था। जिनमें दल सदस्य अमरसिंह मंसूरे, लक्की पंचोली,सोनाली चौकड़े,प्राची शर्मा,अधीर रेवाल,देवेंद्र मार्को और अमित कुमार जैन शामिल थे। लिहाजा दल सदस्य यहां बाहरी श्रद्धालु बनकर पहुंचे। और उन्होंने ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचे। तय योजना अनुसार यहां उनसे वीआईपी दर्शन कराने को लेकर रिद्धि उर्फ रिद्धि चंद्र शर्मा ने संपर्क किया। रिद्धि चंद्र शर्मा ने उन्हें वीआईपी दर्शन करवाने की बात कहते हुए प्रति जोड़ा 1500₹ की मांग। इस दौरान यहां धरपकड़ करने आए अधिकारियों ने रिद्धि चंद्र शर्मा को दो जोड़े के 3000₹ डिजिटली ट्रांसफर भी कर दिए। इसके बाद यहां रिद्धि चंद्र शर्मा ने इन जोड़ों को मंदिर ले जाकर अल्लू उर्फ देवेंद्र मुद्ग़ल से मिलवाया और वहीं मौजूद होमगार्ड नागेंद्र शर्मा ने इन जोड़ों को प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए मंदिर के वीआईपी गेट से सीधे मंदिर के दर्शन तक करवा दिए। लिहाजा इसके बाद इन तीनों की सच्चाई सामने आने पर अधिकारियों ने इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया है। जहां इन दोनों को पुलिस ने न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायालय ने इन्हें जेल भेज दिया हैं इधर होमगार्ड नागेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया।