राजस्व अमले ने किसान को किया प्रताड़ित,प्रभारी कलेक्टर ने किया पटवारी,तहसीलदार और आर आई को निलंबित।
इंदौर।
यूं तो पूरे प्रदेशभर का राजस्व अमला अपनी रिश्वतख़ोरी, आम जनता से लेकर किसानों को तंग करने के लिए काफी ज्यादा कुख्यात है। ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें फरियादी किसान अपनी ही जमीन के सीमांकन, कब्जा हासिल करने के लिए महीनों तक चक्कर लगाता रहा है। आखिरी में जनसुनवाई में उक्त किसान को एसिड पीकर अपनी जान गंवानी पड़ी। तब कहीं जाकर वरिष्ठ अधिकारियों जिनमें संभागायुक्त दीपक सिंह,और प्रभारी इंदौर कलेक्टर गौरव बेनल के सामने यह मामला आ पाया। पूरा मामला देपालपुर का है, जहां के किसान करण सिंह ने महीनों तक तहसील के चक्कर लगाए। लेकिन तहसीलदार जगदीश रंधावा,पटवारी अलकेश गुप्ता,रीडर रीना कुशवाह,राजस्व निरीक्षक नरेश विवलकर ने उक्त किसान की कोई सुनवाई नहीं की। बल्कि यह सभी जिम्मेदार उक्त किसान को यहां वहां भटकाते रहे। लिहाजा इन सभी जिम्मेदारों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार से नाराज होते हुए इस किसान ने अपनी जान दे दी । अब इसके बाद मामला बड़ा और संभागायुक्त दीपक सिंह ने इस पूरे मामले की जांच अपर कलेक्टर राजेंद्र रघुवंशी से करवाई। और यह सभी जिम्मेदार जिनमें तहसीलदार,पटवारी,रीडर,और राजस्व निरीक्षक दोषी पाए गए है। चर्चा में प्रभारी कलेक्टर गौरव बेनल ने कहा कि ऐसे लापरवाही के मामले बर्दाश्त से बाहर हैं दोषियों पर ठोस कारवाही की जाएगी।