मप्र की पुलिस भाजपा की बन गई एजेंट,अब क्या न्यायालय ही हैं, सिर्फ सहारा,या फिर अपनी देनी होगी जान तो ही सुनवाई- द्विवेदी
इंदौर। कांग्रेस की ओर से और बतौर पेशे से वकील प्रमोद द्विवेदी ने लगातार प्रदेश में घटित निर्मम,अमानवीय,हैवानियत से भरें घटनाक्रमों के बाद प्रदेश की जनता की सोचते हुए अब चिंता जताई है। दरअसल कांग्रेस नेता प्रमोद द्विवेदी ने मानपुर थाना द्वारा जो मंत्री विजय शाह को लेकर कृत्य किया गया। और उसके बाद उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करने के बाद FIR करने के साथ ही धाराएं बढ़ानी पड़ी। इसी तरह धार में नाबालिक लड़की द्वारा गर्भपात की अनुमति मांगने पर,कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने के बाद धार पुलिस ने जीरो में FIR दर्ज की। द्विवेदी ने आरोप लगाया कि इसी तरह खंडवा में जो महिला हैवानियत की शिकार हुई है। अगर उसकी सुनवाई खालवा थाने में हो जाती तो,उसके साथ इस तरह का वहशियाना कृत्य करने की आरोपियों की हिम्मत नहीं होती। कांग्रेस प्रवक्ता प्रमोद द्विवेदी एडवोकेट ने कहा कि लेकिन सुनवाई नहीं हुई है अब सभी जानते है उक्त महिला के साथ क्या क्या नहीं हुआ। द्विवेदी ने कहा कि पुलिस विभाग भाजपाइयों के रिमांड कंट्रोल से चल रहा है। लिहाजा ऐसी स्थिति में बिना न्यायालय और बिना मामले में जान गवाए अब थानों पर सुनवाई होना असंभव है।