खंडवाकांड बना राजनीतिक द्वंद,सरकार चुप,कांग्रेस ने बनाया महिला से बड़ा “आदिवासी” मुद्दा
अमित कुमार त्रिवेदी पत्रकार
- खंडवा जिले की खालवा क्षेत्र में हुए भयावह कांड को लेकर अब अब यह मुद्दा राजनीतिक द्वंद की वजह बनता जा रहा है। दरअसल सरकार चुप है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया है। लेकिन कांग्रेस ने इसे राजनीतिक रंग दे डाला है। क्योंकि पीड़िता के घर पहुंची कांग्रेस नेत्रियों जिनमें शोभा ओझा,विजयलक्ष्मी साधो,विधायक झूमा सोलंकी, ने एक महिला के पीड़ित होने की बजाय आदिवासी मुद्दा उठा दिया है। यकीनन पीड़िता से बढ़ी उसकी “जातपात” हो गई है। जिसे देखते हुए, अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस पीड़िता की पीड़ा की बजाय उसे राजनीतिक चोला पहनाने में लगे हुए है। हालांकि यह है कि उक्त कांग्रेस नेत्रियों ने पीड़िता को थोड़ी राहत यह दी कि उन्होंने जिम्मेदार अफसरों से बात करते हुए पीड़ित परिवार को 25 लाख और एक किसी परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। लेकिन महिला से ज्यादा जातपात को विषय चुनना कांग्रेस की बड़ी चूक है।